Loading
Friday, June 06, 2025
Login / Register
देश
बिहार
झारखंड
राजनीति
अपराध
खेल
करियर
कारोबार
पंचांग-राशिफल
लाइफ स्टाइल
विदेश
ओपिनियन
विशेष
×
देश
बिहार
झारखंड
राजनीति
अपराध
खेल
करियर
कारोबार
पंचांग-राशिफल
लाइफ स्टाइल
विदेश
ओपिनियन
विशेष
Home
News
पशु चिकित्सा परिषद् का प्रशासनिक भवन बनाने के लिए 27.68 करोड़ स्वीकृत
पशु चिकित्सा परिषद् का प्रशासनिक भवन बनाने के लिए 27.68 करोड़ स्वीकृत
पटना में नया भवन निर्माण हेतु 1 एकड़ 16 डिसमिल भूमि के उपयोग की स्वीकृति
by
Arun Pandey,
June 04, 2025
in
बिहार
पटना। चिकित्सा सेवाएँ मजबूत होंगी, पशुपालकों बिहार पशु चिकित्सा परिषद् को मिलेंगे G+1 प्रशासनिक भवन, G+2 अतिथि भवन एवं कंफ्रेंस हॉल*
पटना। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि पटना में बिहार पशु चिकित्सा परिषद् के प्रशासनिक भवन, अतिथि भवन एवं कॉन्फ्रेंस हॉल का निर्माण करने के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 एवं 2026-27 में 27.68 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य स्कीम के अंतर्गत भवन निर्माण हेतु 1 एकड़ 16 डिसमिल भूमि के उपयोग की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।राज्य सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के पशु चिकित्सा क्षेत्र को संरचनात्मक एवं व्यावसायिक रूप से मजबूती मिलेगी। यह पहल पशुपालकों को भी लाभ पहुंचाने में सहायक होगी, जिससे पशु स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक प्रभावशाली होंगी।
श्री चौधरी ने कहा कि राज्य में पशु चिकित्सा सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाने एवं पशु चिकित्सकों की सुविधाओं को आधुनिक स्वरूप देने के उद्देश्य से बिहार पशु चिकित्सा परिषद् के लिए पटना में नया प्रशासनिक भवन बनवाने का निर्णय किया गया है।
उन्होने कहा कि यह योजना राज्य के पशु चिकित्सा क्षेत्र को तकनीकी रूप से विकसित करने और पशु चिकित्सकों के कार्यों को वैधानिक मान्यता प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
उपमुख्यमंत्री चौधरी ने बताया कि बिहार पशु चिकित्सा परिषद् के नव-निर्मित भवनों में G+1 प्रशासनिक भवन, G+2 अतिथि भवन एवं कंफ्रेंस हॉल का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही परिसर के समग्र विकास के लिए समर्पित ले-आउट प्लान एवं तकनीकी अनुमोदित प्राक्कलन तैयार किया गया है।
श्री चौधरी ने बताया कि बिहार पशु चिकित्सा परिषद् का मुख्य उद्देश्य राज्य में कार्यरत पशु चिकित्सकों को निबंधन संबंधी मान्यता प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें पशु चिकित्सा क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों एवं शोध से अवगत कराना है। इसके अंतर्गत नियमित सेमिनार एवं कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा ताकि पशु चिकित्सा सेवाओं को अधिक प्रभावशाली एवं जनोपयोगी बनाया जा सके।
......................................
you may also like
by david hall
descember 09, 2016
Maecenas accumsan tortor ut velit pharetra mollis.
by david hall
descember 09, 2016
Maecenas accumsan tortor ut velit pharetra mollis.
by david hall
descember 09, 2016
Maecenas accumsan tortor ut velit pharetra mollis.
by david hall
descember 09, 2016
Maecenas accumsan tortor ut velit pharetra mollis.
by david hall
descember 09, 2016
Maecenas accumsan tortor ut velit pharetra mollis.
Advertise