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GST से बिहार को सालाना लगभग 30,000 करोड़ रुपये का लाभ
GST से बिहार को सालाना लगभग 30,000 करोड़ रुपये का लाभ
राज्य का कर संग्रह जहां 20,000 करोड़ रुपये था, वह अब 41,623 करोड़ रुपये
by
Arun Pandey,
July 01, 2025
in
बिहार
*जीएसटी दिवस के अवसर पर भामाशाह सम्मान समारोह शुरू किया गया- सम्राट चौधरी*
• *बिहार में 8वां GST दिवस समारोह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया उद्घाटन*
• *भामाशाह सम्मान योजना में प्रमुख करदाताओं को किया गया सम्मानित*
पटना। उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी )
व्यवस्था की नींव अटल बिहारी वाजपेयी जी ने रखी थी, लेकिन बाद की सरकारें इस पर निर्णय लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। 2017 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इसे लागू करने का साहसिक निर्णय लिया और देश को एक नई कर प्रणाली दी।
बिहार सरकार के वाणिज्य कर विभाग की ओर से पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित 8वें जीएसटी दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने से पहले बिहार जैसे गैर-उद्योग आधारित राज्यों को कर राजस्व का लाभ सीमित रूप में मिलता था, पर अब पारदर्शी और डिजिटल प्रणाली के कारण बिहार को प्रति वर्ष लगभग 30,000 करोड़ रुपये तक का लाभ मिल रहा है।
श्री चौधरी ने कहा कि वर्ष 2017-18 में राज्य का कर संग्रह जहां 20,000 करोड़ रुपये था, वह अब 41,623 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। उन्होंने इसे राज्य के ईमानदार अधिकारियों की सफलता बताया।
उन्होंने राज्य के प्रमुख करदाताओं को सम्मानित कर जीएसटी दिवस पर भामाशाह सम्मान योजना की शुरुआत की।
श्री चौधरी ने बताया कि केद्र सरकार के उपक्रम इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने 5,083 करोड़ रुपये, भारत पेट्रोलियम ने 2,572 करोड़ रुपये, हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने 1,885 करोड़ रुपये, NTPC ने 606 करोड़ रुपये और निजी क्षेत्र की अल्ट्राटेक सीमेंट ने 303 करोड़ रुपये और श्री सीमेंट ने 255 रुपये करोड़ का कर भुगतान किया है।
उपमुख्यमंत्री-सह-वित्त मंत्री श्री चौधरी ने इन कंपनियों को विशेष रूप से बधाई दी और कहा कि इनकी भागीदारी विशेष तौर पर सीमेंट कंपनियों के द्वारा दिए कर बिहार के औद्योगिक विकास का संकेत है।
उन्होंने ने बताया कि राज्य के 59 अंचलों से चयनित नॉन-कॉरपोरेट श्रेणी के शीर्ष करदाताओं को भी सम्मानित किया, जिन्हें 51,000 रुपये, 21,000 रुपये और 11,000 रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की गई। SGST कैश कलेक्शन (वित्तीय वर्ष 2024-25) में तेघड़ा अंचल को प्रथम, भभुआ अंचल को द्वितीय और दरभंगा अंचल-1 को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। वहीं GST संग्रहण लक्ष्य की तुलना में पटना दक्षिणी अंचल-1, जमुई अंचल और दानापुर अंचल-1 क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। मार्च 2025 में SGST कैश कलेक्शन में बगहा अंचल ने प्रथम, पटना पश्चिमी अंचल ने द्वितीय और गोपालगंज अंचल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में कर अपवंचना की रोकथाम के लिए GST अन्वेषण ब्यूरो को भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री चौधरी ने कहा कि जीएसटी ने भारत को एक राष्ट्र, एक कर की दिशा में मजबूत बनाया है। यह व्यवस्था अब देश की आर्थिक रीढ़ बन गई है।
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